आज अधिकांश गाँवों में पुस्तकालय है ही नहीं,ओर जो है भी वो म्रतप्राय है जिसे पुनर्जीवित करने का दायित्व हम सभी पर है। Inbook network का संकल्प है कि हर गाँव में “अपना पुस्तकालय”हो।
पुस्तकें ज्ञान की गंगा होती है तथा एक आदर्श गाँव की परिकल्पना पुस्तकालय के बिना संभव नहीं है।
आइए आप सबसे निवेदन है कि Inbook के इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।
जल्दी ही आ रहे हैं हम आपके गाँव
जहाँ पर होगा आपका अपना
पुस्तकालय
Article submitted by: Lion Abid Ali Sayed
Article Writer Bio– Vice President of Inbook Foundation
NGO Name: Inbook Foundation
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